
तबरानी और हाकिम हजरत इब्ने अब्बास रजियल्लाह अनहुमा रिवायत करते हैं कि रसूले काइनात सल्लल्लाहु अलैहि वसलम फरमाया : अगर कोई शख्स बैतुल्लाह शरीफ के एक गोशा और मकामे इब्राहीम के दर्मियान चला जाये और नमाज पढ़े और रोजे रखे फिर व अहले – बैत की दुशमनी Ahl al-Bayt Ki Dushmani पर मर जाए आग में जाएगा जहन्नम की । ( सवाइके मुहर्रका सफा : 795 )