
हज़रत मखदूम जहानियां जहां गश्त शैख़ जलालुद्दीन बुखारी कुद्दिसा सिहू अपनी किताब “खज़ान-ए-जलाली’ के सत्तरहवें बाब में लिखते हैं कि सलातीने बनू उमैया ने फरज़न्दाने रसूल सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम को कत्ल किया और हज़रत अली और हज़रत इमाम हसन और हज़रत इमाम हुसैन रज़ि अल्लाहु अन्हु पर लानत भेजते थे।और रसूलुल्लाह
सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम के अहले बैत पर किस्म-किस्म के मज़ालिम ढाए। पस मैं उनको दुश्मन जानता हूं और उनको मुसलमान नहीं कहता, बल्कि मुनाफ़िकों में शुमार करता हूं।
(खजान-ए-जलाली, बाब 17, मिरातुल-असरार, स. 203)

