Hadith Muslim jild 2 safa 330

दोज़ख़ से बचाने वाला पर्दा

हदीस :- हज़रत बीबी आयशा रदियल्लाहु तआला अन्हा का बयान है कि मेरे पास एक औरत अपनी दो बेटियों के साथ आयी और भीक माँगने लगी तो उसने मेरे पास एक खजूर के सिवा कुछ नहीं पाया तो मैंने वही एक खजूर उसको दे दी। तो उसने उस खजूर को अपनी दोनों बेटियों के दरमियान तकसीम कर दिया और खुद नहीं खाया। फिर वह खड़ी हुई और घर से बाहर चली गयी। उसके बाद रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम मकान में दाखिल हुए तो मैंने यह माजरा आप से बयान किया तो आपने फरमाया कि जो शख्स इन बेटियों के साथ आजमाइश में डाला गया और उसने अपनी बेटियों के साथ बेहतरीन सुलूक किया तो यह बेटियाँ उसके लिए जहन्नम से परदा बन जायेंगी।

📝तशरीह हदीस :- इस हदीस की बाज़ रिवायात में यूँ भी वारिद हुआ है कि हुजूर सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम ने फरमाया कि अल्लाह तआला ने उस औरत के लिए जन्नत वाजिब फरमादी, या हुजूर सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम ने फरमाया कि उस औरत को अल्लाह तआला ने जहन्नम से आज़ाद फरमा दिया
(📗मुस्लिम, जिल्द, 2 सफा 330)

Leave a comment