
इमाम मुहम्मद बाकिर ( अलैहिस्सलाम ) से 1 शख़्स ने पुछा : मौला ! दीन क्या है ??
इमाम ने फ़रमाया :
दीन 5 खसलतों का नाम है :
(1) नमाज़
(2) ज़कात
(3) हज्
(4) रोज़े
(5) विलायत – ऐ – अली (अ.स)
उस शख़्स ने पुछा
मौला सबसे वज़नी चीज़ क्या है ??
मौला ने फ़रमाया :
👉 विलायत – ऐ – अली (अ.स) 👈
👉👉 वो बोला : मौला !
नमाज़ , ज़कात , हज् , रोज़ा ये सब अल्लाह का है
ये हलके हो गए और विलायत – ऐ – अली (अ.स) भारी हो गयी ???? 👈👈
मौला ने फ़रमाया 😗
👉 नमाज़ सफ़र में
कसर होती है ।
👉 ज़कात ग़रीब पे
वाजिब नहीं ।
👉 रोज़े की बीमारी में
रियात होती है ।
👉 हज् मस्कीन पे
वाजिब नहीं ।
👉 मगर अली (अ.स) की विलायत
अमीर , ग़रीब , मुसाफिर , बीमार..सब पे वाजिब है ।
हक़ अली हक़