
हुदैबिया के रोज़ लोग प्यास से दो चार हुए
और रसूलुल्लाह के पास एक बर्तन था जिससे आप वुजू फरमा रहे थे
जब लोग हुज़ूर की खिदमत में हाज़िर हुए तो आप ने पुछा
क्या मुआमला है…??
लोगों ने कहा या रसूलल्लाह हमारे पास वुजू करने और
पीने के लिए पानी नहीं है
बस यही था जो इस बर्तन के अन्दर है।
वो बर्तन हुजुर की
खिदमत में पेश कर दिया गया
रावी का बयान है के आप सल्लल्लाहु अलैहि वसल्ल ने
बरतन में अपना हाथ डाल दिया तो आप की उंगलियों से
चश्मों की तरह पानी फूट निकला
तो हम ने
पिया और वुजू किया
रावी कहते हैं मैंने हज़रते जाबिर से पूछा के
तुम लोग कितने थे..??
उन्हों ने फरमाया के अगर सौ हज़ार भी
होते तो सब के लिए काफी होजाता
लेकिन हम 1500 सौ थे ।
सुभानअल्लाह ये शान है मेरे सरकार की ।
बुखारी शरीफ जिल्द 2 सफहा 598

