
बेशक जन्नत वाले हम अहले बैत को और हमारी इत्तेबाअ करने वालों को एसे देखेंगे जैसे लोग आसमान को देखते हैं
(मौला अली)
जो शख्स अपने दिल में हमारी मोहब्बत रखता है और ज़बान से हमें बुरा नहीं कहता वो जन्नत में हमारे साथ होगा
(मौला अली)
सब से अंधा वो शख्स है जो हम अहले बैत की फ़ज़ीलत और मुहब्बत से अंधा हो
(मौला अली)

