अल्लाह” कहने से 40 नेकीयाँ मिलती है…
•●┄─┅━━★✰★━━━┅─┄●•
लफ़्ज़ “अल्लाह” क़ुरआन मजीद मे 2700 बार आया है और क़ुरआन मजीद के हर हर्फ़ के बदले 10 नेकीयाँ मिलती है । [तिर्मिज़ी: 2910]
[लफ़्ज़ “अल्लाह” मे 4 हर्फ़ आते हैं: 4 * 10 = 40]
इस लिये हमें ख़ुदा हाफ़िज़ की जगह अल्लाह हाफ़िज़ कहना चाहिये…
यह प्यारी बात लोगों तक पहुँचाए
अल्हम्दुलिल्लाह, नेमत और गुनाह…
अल्लाह पाक जब किसी शख़्स को नेमत अता करता है और वह उस पर एक बार “अल्हम्दुलिल्लाह” कहता है तो वह उस नेमत का शुक्र अदा कर देता है अगर दुसरी बार “अल्हम्दुलिल्लाह” कहता है तो अल्लाह पाक उसका सवाब नये सिरे से अता फ़रमाता है और अगर तिसरी बार “अल्हम्दुलिल्लाह” कहता है तो अल्लाह पाक उस बन्दे के गुनाह माफ़ कर देता है ।
[हाकिम मुस्तदरक: 1871 – इमाम हाकिम ने इस हदीस की सनद को सही कहा है ।]
🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
*शेअर करके सद्का ऐ जारिया रवां करने में हिस्सेदार बनें*
*दुआओं 🤲🏻 में याद रखियेगा*
🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹

