चांद पर हुकूमत

हुजूर सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के दुशमनों ने बिलखुसूस अबू-जहल ने एक मर्तबा हुजूर से कहा कि अगर तुम खुदा के रसूल हो तो आसमान पर जो चांद है उसके दो टुकड़े करके दिखाओ। हुजूर ने फ़रमायाः लो यह भी करके दिखा देता हूं। चुनांचे आपने चांद की तरफ़ अपनी उंगली मुबारक से इशारा फरमाया तो चांद के दो टुकड़े हो गये। यह देखकर अबू जहल हैरान हो गया। मगर बे-ईमान माना भी नहीं और हुजूर को जादूगर ही कहता रहा। (हुज्जतुल्लाह सफा ३६६ बुखारी शरीफ हिस्सा २ सफा २७१)

सबक : हमारे हुजूर की हुकूमत चांद पर भी जारी है। बावजूद इतने बड़े इख्तियार के बे-ईमान अफ़राद हुजूर के इख्तियार व तसर्रुफ को फिर भी नहीं मानते।

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