करबला 4 मुहर्रम
आज हज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के बचपन के दोस्त हबीब इब्ने मज़ाहिर (अ:स:) करबला पहुंचे हबीब के आने से सिपाहे फौज ए कलील में खुशी की लहर दौड़ गई जब खबर खेमों में पहुँची तो हरमे सरा से हज़रते ज़ैनब कुबरा ने पूछा कि कौन आया है जवाब मिला हबीब इब्ने मज़ाहिर असादी, हज़रते ज़ैनब ने खादमा को भेजा कि मेरी तरफ से हबीब को सलाम काहदो हबीब ने औलादे रसूल से मिली इस बे पनाह इज्ज़त को देख कर अपने मुँह पर तमाचे मारने शुरू कर दिए और कहा आले रसूल पर यह वक़्त आन पड़ा कि आक़ा ज़ादियां अब ग़ुलामो को सलाम कहें मेरा यह रुतबा कि दुख्तरे अमिरूलमोमेनीन (अली की बेटी) हमे सलाम केहलवाऐ

