नूर का मिम्बर और जन्नत दोज़ख़ की चाभियाँ

सैय्यदना मौला अली कर्रमअल्लाहो वजहुल करीम
नूर का मिम्बर और जन्नत दोज़ख़ की चाभियाँ

अस्ल अरबी मतन 👇

عن زيد ابن اسلم قال، قال النبى صلى الله تعالى عليه واله وسلم يا على بخ بخ من مثلك والملائكة تشتاق إليك والجنة لك إنه اذا كان يوم القيامة ينصب لي منبر من نور ولإبراهيم منبر من نور ولك منبر من نور فتجلس عليها واذ مناد ينادى بخ بخ من وصى بين حبيب و خليل ثم أوتي بمفاتيح الجنة والنار فاد فعها اليك….

तर्जुमा :- 👇

हज़रत ज़ैद बिन असलम रदिअल्लाहो अन्हो से रिवायत है आक़ा करीम सल्लल्लाहो अलैहे व आलेही व सल्लम ने फ़रमाया……..ऐ अली तुमको मुबारक हो,मुबारक हो, मुबारक हो, कौन है तुम्हारे जैसा के फ़रिश्ते तेरे मुश्ताक़ हैं और जन्नत तुम्हारे वास्ते है, क़यामत का दिन होगा नूर का एक मिम्बर मेरे लिए होगा एक नूर का मिम्बर हज़रत इबराहीम के लिए होगा और नूर का एक मिम्बर तेरे लिए होगा . पस हम उन मिम्बरों पे बैठेंगे तो एक मुनादी ऐलान करेगा मुबारक हो उस वसी को जो हबीब और ख़लील के दरमियान बैठा है फिर जन्नत और दोज़ख़ की चाभियाँ पेश की जाएंगी और मैं वो चाभियाँ तेरे हाथ मे दे दूंगा

हवाला :- 👉📚 मनाक़िब ए मुर्तज़वी फ़ी फ़ज़ाएल- अली کرم اللہ وجہہ الکریم…. सफ़ह 120

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