विलादत से कब्ल बिशारत

*हज़रत इमाम हसन रज़ियल्लाहो तआला अन्हो*

بِسْــــــمِ اللّٰهِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِىْمِ
اَلصَّــلٰوةُ وَالسَّلَامُ عَلَيْكَ يَا رَسُوْلَ اللّٰه ﷺ
*विलादत से कब्ल बिशारत*
_रसूले अकरम,नूरे मुजस्सम ﷺ की चचीजान हज़रते सय्यि-दतुना उम्मुल फ़ज़्ल رضی الله تعا لی عنھا ने आप से अपना ख्वाब अर्ज़ किया:-_ *_“या रसूलल्लाह ﷺ!_* _आप के मुबारक जिस्म का हिस्सा मेरे घर आया है ।”_
*_येह सुनते ही आप ﷺ ने इर्शाद फ़रमाया :-_* _“तुम ने अच्छा ख्वाब देखा,फ़ातिमा के यहां बेटा पैदा होगा और तुम उसे दूध पिलाओगी।”_
*_जब हज़रते सय्यि-दतुना फ़ाति-मतुज्जहरा رضی الله تعا لی عنھا के हां हज़रते सय्यिदुना इमामे हसन मुज्तबा رضی الله تعا لی عنہ की विलादत हुई तो हज़रते सय्यि-दतुना उम्मुल फ़ज़्ल رضی الله تعا لی عنھا ने आप رضی الله تعا لی عنہ को दूध पिलाया ।_*

*_🌹विलादते बा सआदत व नाम व अल्काब_*
_इमामे आली मक़ाम,इमामे हुमाम,इमामे अर्श मक़ाम हज़रते सय्यिदुना इमाम अबू मुहम्मद हसन मुज्तबा رضی الله تعا لی عنہ की विलादते बा सआदत 15 र-मज़ानुल मुबारक 3 हिजरी में हुई ।_
*_आप رضی الله تعا لی عنہ का मुबारक नाम :-हसन,कुन्यत:अबू मुहम्मद और अल्काब:तकी,सय्यिद,सिब्ते रसूलुल्लाह और सिब्ते अक्बर है,आप को रैहा-नतुर्रसूल_*
_(या’नी रसूले खुदा के फूल) भी कहते हैं ।_

*_🌹हम-शक्ले मुस्तफा_*

_हज़रते सय्यिदुना अनस बिन मालिक رضی الله تعا لی عنہ से रिवायत है कि (इमामे) हसन (رضی الله تعا لی عنہ) से बढ़ कर रसूले करीम ﷺ से मिलता जुलता कोई भी शख्स न था ।_
*_📓بُخاری ج ۲ ص۷۳۰ حدیث ۲۰۷۳_*

*_ऐसा बेटा किसी मां ने नहीं जना !_*
_हज़रते सय्यिदुना अब्दुल्लाह इब्ने जुबैर رضی الله تعا لی عنھما भी दीगर सहाबए किराम علیھم الرضوان की तरह नवासए रसूल हज़रते सय्यिदुना इमामे हसन رضی الله تعا لی عنہ से बहुत महब्बत फ़रमाते थे ।_
*_एक मौकअ पर आप رضی الله تعا لی عنہ ने फ़रमाया :-_*
*_“अल्लाह عزوجل की कसम !_* _औरतों ने हसन बिन अली رضی الله تعا لی عنھما जैसा फ़रज़न्द नहीं जना ।”_
*_📓سبلُ الھدی ج ۱۱ ص۹۲_*
*_🌹क्या बात उस च-मनिस्ताने करम की.. !_*
*_🌹ज़हरा है कली जिस में हुसैन और हसन फूल*

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