हज़रत इमाम हुसैन रज़ियल्लाहु तआला अन्हु

हज़रत इमाम हुसैन रज़ियल्लाहु तआला अन्हु

हज़रत अब्बास रज़ियल्लाहु तआला अन्हु की बीवी हज़रत उम्मे फज्ल रज़ियल्लाहु तआला अन्हा ने एक रात ख़्वाब में हुजूर सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के जिस्मे अकदस का एक टुकड़ा उनकी गोद में रखा है। यह ख्वाब देखकर वह बड़ी हैरान हुई। हुजूर सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की ख़िदमत में हाज़िर होकर बोलीं या रसूलल्लाह! मैंने एक अजीब ख़्वाब देखा है। वह यह कि आपके जिस्मे अकदस का एक टुकड़ा मैंने अपनी गोद में पड़ा देखा है। हुजूर सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फरमायाः तूने बड़ा अच्छा ख़्वाब देखा है इंशाअल्लाह मेरी फातिमा के यहां एक बच्चा पैदा होगा जो तेरी गोद में खेलेगा। चुनांचे हज़रत फ़ातिमा रज़ियल्लाहु तआला अन्हा के यहां हज़रत इमाम हुसैन रज़ियल्लाहु तआला अन्हु पैदा हुए और उम्मे फज़्ल की गोद में खेले ।

(मिश्कात शरीफा सफा ५६४ ) सबक़ : हज़रत इमाम हुसैन रज़ियल्लाहु तआला अन्हु हुजूर सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के लख़्ते जिगर हैं। आपकी मुहब्बत हुजूर की मुहब्बत और आपको ईज़ा (तकलीफ़) देना हुजूर सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम को तकलीफ देना है।

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