
हजरत अमीर सय्यद अली हमदानी रह० ने अपनी मशहूर किताब “अल मवददत फिल कुरबा” के सफा नंबर 67 पर 16 नंबर की हदीस में लिखा है कि.-.
“हजरत अब्दुल्ला बिन मसूद रजि. से रिवायत है कि जनाब रसूलुल्लाह सल्ल० ने इरशाद फ़रमाया कि आले मुहम्मद की मुहब्बत का एक दिन एक साल की इबादत से अफजल है, जो इस पर मरे वो जन्नत में दाखिल होगा।”
