Mera wasi

एक अअरबी ने पूछा कि तुम में नबी का वसी कौन है?
तो अबूबक्र (र.अ) ने अली (अ.स) की तरफ इशारा किया।

📚 मआदारिज़-उन-नुबुव्वत

⭕ वसी-ए-रसूलुल्लाह (स.अ.व)

वसी:
लुग़त (शब्दकोश) में वसी की तअरीफ़ कुछ इस तरह से है —
“जो शख़्स दूसरे किसी शख़्स की तरफ़ से उसके माल और अहल-ओ-ऐआल का निगरान हो।”

📚 लुग़ातुल हदीस (अربی उर्दू) जि. 4, स. 492

📜 قال رسول الله ﷺ:
“इन्न वसीय्यी वा मव्ज़े सिर्री वा ख़ैरु मन अतर्कु बादी वा युंज़ी अदती वा यक़ज़ी दैनी अली इब्न अबी तालिब।”

📃 पैग़म्बर ए अकरम ﷺ ने फ़रमाया:
“बेशक मेरा वसी, मेरे राज़ का जानने वाला, और जो कुछ मैं छोड़ कर जाऊँगा उसका मालिक, और मेरे दीन के मामलों में फ़ैसला करने वाला — अली इब्न अबी तालिब (अ.स) है।”

📚 कंज़ुल उम्माल, जि. 6, स. 154

📜 سال سلمان الفارसी رسول الله ﷺ فقال له من وصیّک؟ فقال له یا سلمان من کان وصی موسی؟ قال یوشع، قال فإنّ وصیّی و وارثی یقضی دینی و ینجزی موعدی علی بن أبی طالب۔

📃 सलमान फ़ारसी (र.अ) ने रसूल-ए-ख़ुदा ﷺ से पूछा:
“आपका वसी कौन है?”
तो आपने फ़रमाया: “ऐ सलमान! मूसा (अ.स) का वसी कौन था?”
सलमान ने कहा: “यूशा (अ.स)”
तो रसूल ﷺ ने फ़रमाया:
“बेशक मेरा वसी और मेरा वारिस, जो मेरे दीन में फैसले करेगा और मेरे वादों को पूरा करेगा — अली इब्न अबी तालिब (अ.स) है।”

📚 अल-रियाज़-उन-नज़रा, जि. 2, स. 178

📜 وَعَنْ بُرِیدَةٍ قَالَ قَالَ رَسُولُ اﷲِ ﷺ:
“लिकुल्लि नबिय्यिन् वसीय्युन् व वारिसुन्, व इन्न अलीय्यन वसीय्यी व वारिसी।”

📃 तर्जुमा:
हज़रत बुरैदा (र.अ) से रिवायत है कि रसूलुल्लाह ﷺ ने फ़रमाया:
“हर नबी का एक वसी और वारिस होता है, और बेशक अली (अ.स) मेरे वसी और मेरे वारिस हैं।”

📚 मवद्दतुल क़ुर्बा, मवद्दत 4, हदीस 5, स. 47