हलाकत हो उसके लिए

हजरत अम्मार बिन यासिर (रजिअल्लाहअन्हु)बयान करते हैं कि मैंने हुजूरे नबी ए करीम सल्लल्लाहू अलेही व आलेही वसल्लम को हजरत अली के लिए फरमाते हुए सुना: ऐय अली मुबारकबाद हो उसे जो तुझे से मोहब्बत करता है और तेरी तस्दीक करता है, और हलाकत हो उसके लिए जो तुझसे बुग्ज़ रखता है और तुझे झूठलाता है”
(Imaam Hakim, IrfanusSunnah, Safa;332)

नबियों (ع) के घरों से अफ़ज़ल

*रसूल अल्लाह ﷺ ने हज़रत अबूबकर से फ़रमाया कि अली عَلَیهِ‌السَّلام और फ़ातिमा س का घर नबियों (ع) के घरों से अफ़ज़ल है।*
*رسولِ خداﷺ نے حضرت ابوبکر رضی اللہ عنہ سے فرمایا:*
*علی و فاطمہ کا گھر انبیاء کے گھروں سے افضل ہے۔*
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*तफ़सीर ए दुर्रे मंसूर जिल्द -5 पेज नंबर 143  (अल्लामा जलालउद्दीन सुयूति र अ)*