
हज़रत अबू सईद खुदरी رضی اللہ عنہ से रिवायत है कि रसूलुल्लाह ﷺ ने हसन और हुसैन رضی اللہ عنہما को अपनी गोद में उठाया और फ़रमाया कि मेरे ये दोनों बेटे जन्नत के जवानों के सरदार हैं, उनसे मोहब्बत रखो, जो उनसे मोहब्बत करेगा वाही मुज़से मोहब्बत करेगा
*हदीस के अलफ़ाज़:
“الْحَسَنُ وَالْحُسَيْنُ سَيِّدَا شَبَاب أَهْلِ الْجَنَّةِ، مَنْ أَحَبَّهُمَا أَحَبَّنِي”
*हदीस की किताबें:*
1. *जामع तिर्मिज़ी* – हदीस नम्बर: 3771
2. *सुनन इब्न माजह* – हदीस नम्बर: 118
3. *मुस्नद अहमद* – हदीस नम्बर: 1717
4. *सहीह बुखारी* – हदीस नम्बर: 3751
5. *सहीह मुस्लिम* – हदीस नम्बर: 2424
ये हदीस हसन और हुसैन رضی اللہ عنہما की फ़ज़ीलत और उनकी जन्नत में बुलंद मकाम की वज़ाहत करती है।

