
अरफ़ा के दिन सहाबी ए रसूल ﷺ ने क्या देखा. 👇
जाबिर-बिन-अब्दुल्लाह (रज़ि०) कहते हैं कि मैंने रसूलुल्लाह (सल्ल०) को हज्ज्तुल-वदाअ में अरफ़ा के दिन देखा, आप अपनी ऊँटनी क़सवा पर सवार होकर ख़ुतबा दे रहे थे, मैंने आपको फ़रमाते हुए सुना: ऐ लोगो! मैं तुममें ऐसी चीज़ छोड़े जा रहा हूँ कि अगर तुम उसे पकड़े रहोगे तो हरगिज़ गुमराह न होगे: एक अल्लाह की किताब है, दूसरे मेरी (عترت) यानी घरवाले हैं।
📚📚 Sunan Tirmizi#3786
किताब : फ़ज़ायल और ख़ूबियाँ



