ऐ नबी के घरवालो!

उमर-बिन-अबी-सलमा رضي الله عنه  कहते हैं कि जब ये आयत (إنما يريد الله ليذهب عنكم الرجس أهل البيت ويطهركم تطهيرا) ‘ऐ नबी ﷺ  के घरवालो! अल्लाह ﷻ  चाहता है कि तुमसे (कुफ़्र और शिर्क) की गन्दगी दूर कर दे  और  तुम्हारी ख़ूब पाक कर दे’ (अल-अहज़ाब: 33), नबी ﷺ  पर उम्मे-सलमा رضي الله عنها  के घर  में  उतरीं तो आपने फ़ातिमा, हसन और हुसैन अलैहिमुस्सलाम  को बुलाया और  आपने उन्हें एक चादर  में ढाँप लिया और  अली अलेहीमुस्सलाम  आपकी पीठ के पीछे थे तो आपने उन्हें भी चादर  में छिपा लिया, फिर फ़रमाया: (اللهم هؤلاء أهل بيتي فأذهب عنهم الرجس وطهرهم تطهيرا) ‘ऐ अल्लाह ﷻ! ये मेरे घरवाले हैं,  तू  इनकी नापाकी को दूर फ़रमा दे और   इन्हें अच्छी तरह पाक कर दे,’ उम्मे-सलमा رضي الله عنها  ने कहा: अल्लाह के नबी! मैं भी  इन्हीं के साथ हूँ,  आपने फ़रमाया:  तू अपनी जगह पर रह और   तू भी नेकी पर है।

अहले सुन्नत क़ुतुब 📚 📚
सुनन तिर्मिज़ी हदीस नंबर: 3787)

Leave a comment