
रवायत:-
जब सूरह रूम की आयत 38 (फ़ा आती ज़ल क़ुरबा हक़्क़ाहू) नाज़िल हुई तो पैग़म्बर ﷺ ने जनाबे फ़ातिमा س/عَلَیهِالسَّلام को तलब किया और फ़रमाया:- ऐ फ़ातिमा س/عَلَیهِالسَّلام, फ़िदक तेरी मिल्क़ियत है।
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https://archive.org/details/tafseer-e-namoona-urdu
📚 हवाला: तफ़सीर-ऐ-नमूना, जिल्द 13, सफ़ाह 477

