मुआविया की मौत कुफ़्र पर हुई
मसाएल इमाम अहमद बिन हंबल (इसहाक बिन इब्राहिम, वफ़ात 275 हिजरी) में हदीस नंबर 1866 पर रावी ‘अली इब्ने साद’ ने कसम खाकर कहा कि,-
مات والله معاوية على غير الإسلام.
यानि खुदा की कसम मुआविया का इंतकाल गैर-इस्लाम पर हुआ।
देखें सफ़ाह 154 पर रकम नंबर 1866 👇
https://archive.org/details/waq16368/02_16369/page/n154/mode/1up?view=theater
अली इब्ने साद, इमाम बुखारी के उस्ताद थे जिन्हें इमाम ज़हबी ने सियर अलामिन नुबला [जिल्द 10, सफ़ाह 459-468] में इमाम और हाफ़िज़ के अल्काब से नवाज़ा है।

