
वो अहलेबैत से बेहतर कैसे हो सकते हैं ?
जिनको ख़ुद आपस में बेहतरीन होने के लिए अहलेबैत के हक़ में बेहतरीन होने का हुक्म दिया गया…
हज़रत अबु हुरैरा रिवायत करते हैं : रसूलुल्ला ﷺ ने फ़रमाया : तुम (सहाबा) में से बेहतरीन वो शख़्स है जो मेरे बाद मेरे अहलेबैत के हक़ में सब से बेहतर होगा.
अल मुस्तदरक हदीस नंबर 5359 शेखैंन की शर्त पर हदीस सहीह है
नोट : वो हज़रात जो सहाबा को अहलेबैत से अफ़ज़ल क़रार देते हैं वो अल्लाह से डरें और नबी ﷺ के फ़रमान का हया करें.

