Ali AlaihisSalam se dosti.

हज़रत उमर रजि. फरमाते है
अपनी इज्जतो को कमीनो से मेहफ़ूज़ करो ,
और याद रखो के मौला अलीع से दोस्ती रखे बगैर कोई शरीफ नहीं होता “

ईमाम इब्ने -ऐ – हज़र अल हेतमी R. A
सवाइके मोहररीक़ा
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