माहे जमादि अल अखर माहे फातिमा जेहरा है

*माहे जमादि अल अखर माहे फातिमा जेहरा है*..🙏🏻

*सूरह दहर की आयत नंबर 8 और 9 का नुजूल*

मकामे फातिमा सलामुल्लाह अलैहा और मौला अली अलैहिस्सलाम _

आप सभी लोगों ने अक्सर सुना और पढ़ा होगा कि एक बार हजरत फातिमा-तुज्ज़हरा और मौला अली ने इमाम हसन और हुसैन अलैहिस्सलाम के बीमार हो जाने पर हसनैन अलैहिस्सलाम के शिफा के लिए रोज़ा रखने की नजर मानी थी और जब आप ने रोजा रखा तो तीनों दिन मुस्तकिल अफ्तार के वक्त कोई न कोई खाना मांगने आजाता और बीवी फातिमा उसे अपना पूरा खाना मांगने वाले को भेजवा देती इस तरह तीनों दिन मौला अली ,फातिमा जेहरा और हसनैन अलैहिस्सलाम भूखे रहें तो अल्लाह ने आपकी शान में कुरान की आयत नाजिल की

*और उसकी मोहब्बत में मोहताज, यतीम और असीर को खाना खिलाते..” (सूरह दहर की आयत नंबर 8)*

Surat No. 76 Ayat NO. 9
*(और उनसे कहते हैं कि) “हम तुम्हें सिर्फ़ अल्लाह की ख़ातिर* *खिला रहे हैं* *हम तुमसे न कोई बदला चाहते हैं* *न शुक्रिया*

ये वाकिया कई किताबो में जिक्र किया गया है कुछ एक तफसीर अपलोड कर दिया ,
मैं यहां सिर्फ एक बहुत ही मशहूर और मोतबर आलिम ‘हजरत शाह अब्दुल अज़ीज़ मुहददिस देहलवी रजीअल्लाह तआला अनहो ने जो तफसीर कुरान मजीद की तफसीर “तफसीरे-अज़ीज़ी” की तीसरी जिल्द में सूरह दहर (सूरह नंबर 76) की इब्तिदाई आयतों (1 से 8) में इस पूरी हकीकत को ऐसे लिखा है कहा कि जब तीन दिन इसी तरह हो गया तो चौथे दिन मुहम्मद ﷺ अपनी बेटी के पास तशरीफ ले गये तो आप सल ﷺ ने देखा कि सय्यदुन्-निशा हजरत फातिमा-तुज्जहरा सलामुल्लाह अलैहा भूख से कमजोर हो गई है रसूल अल्लाह ﷺ ने जब वाकिया पूछा तो आपने मुस्तफा ﷺ को पूरा मामला सुनाया तो (आप ﷺ गमजादा हो गए) और आप ने फरमाया कि वो जो तीन दिन से आ रहा है वो सय्यदुल-मलायका हजरत जिबराईल अलाहिस्सालम हैं कि इतने में हजरत जिबराईल ने आकर अहले बैत को इम्तिहान में पास होने की मुबारकबाद दी और अल्लाह ने अहले बैत की शान में ये आयत उसी वक्त नाजिल की।।
ये है बीबी फातिमा-तुज्जहरा सलामुल्लाह अलैहा की अजमत और उनके दर की अजमत,

🌹🌹🌹🌹🌹
आओ दरे-जेहरा पर फलाए हुए दामन
है नस्ल करीमो की ,लजपाल है घराना
कल जिस ने हमे पुल से खुद पार लगाना है
जहरा का वह बाबा हैं हसनैन का वह नाना है

اللَّهُمَّ صل عَلَى مُحَمَّدٍ وَعَلَى آلِ مُحَمَّدٍ💚❤️

ये है दरे-जेहरा कि जिस दर का भिखारी सय्यदुल-मलायका जिब्राईल-ए-अमीं हो…

पोस्ट को शेयर करे ,अपने हुसैनी होने का हक अदा करे ।ताकि दूसरे लोग भी जान सके ।