
इमाम अहमद बिन हंबल ने फजाएल ए सहाबा में हज़रत अबू बुरैदा से सही सनद रिवायत नक़ल किया है कि-
‘एक बार रसूल सल्ल० हमें खुत्बा फरमां रहे थे कि इतने में इमाम हसन और हुसैन सुर्ख कपड़ा पहने हुए लड़खड़ाते आ रहे थे कि इन [शहजादों] को देखकर रसूल-अल्लाह सल्ल० मेंबर से उतरे और दोनों [बच्चों] को उठाकर अपने पास बिठाया और फ़रमाया कि-
نظرت إلى هذين الصبيين يمشيان ويعثران فلم أصبر حتى قطعت حديثي ورفعتهما.
“मैंने दोनों बच्चों को देखा कि लड़खड़ाते हुए आ रहें हैं तो [मैं] सब्र ना कर पाया यहां तक कि मुझे अपना खुत्बा रोकना पड़ा और इन्हें उठा लिया।”
📚📚 अहले सुन्नत क़ुतुब : फ़ज़ाइल ए सहाबा
– रकम नंबर 1358.)

