जो कोई अली को

रसूल-अल्लाह ﷺ ने फ़रमाया:- “जो कोई अली को गाली/ग़लत बोलता है, तो वोह मुझ(नबी ﷺ) को गाली/ग़लत बोलता है।”

📚📚ऐहले’सुन्नत कुतुब हवाला:- अल मुसतदरक(अल हाकिम से), वोल्यूम 3, पेज न• 121, ये मुसतनद है।
मुसनद अहमद इब्न हंबल, वोल्यूम 6, पेज न• 323,
फ़ज़ाइल-ऐ-सहाबा(अहमद इब्न हंबल से), वोल्यूम 2, पेज न• 594, ट्रैडिशन # 1011,
मजमा अल जवाईद(अल हयथ’मी से), वोल्यूम 9, पेज न• 130,
मिश्क़त अल मसाबि’ह, इंग्लिश वरज़न, ट्रैडिशन # 6092,
तारीख़ अल ख़ुलाफ़ा(जलाल’उद्दीन अल सुयूती), पेज 173

वह क्यामत के दिन मेरे साथ होगा

हज़रत मौला अली करीमुल्लाह तआला वजहहुल – करीम फरमाते है कि हुजूर सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने हसनैन करीमैन के हाथ को अपने दस्ते मुबारका में लेकर फरमाया : जो मुझसे मेरे इन दोनों फरजन्दों और उनके वालिदैन से मुहब्बत करेगा वह क्यामत के दिन मेरे साथ होगा और जन्नत के भी उस दर्जा में रखा जायेगा जहां मैं रहूंगा । ( शेफा शरीफ , जिल्द दोम , सफा 59 ) .