
*अहलेबैत ए अतहार का दुश्मन हुज़ूर नबी करीम صلی اللہ علیہ والہ وسلم का दुश्मन है*
*मफ़हूम ए हदीस :- हुज़ूर नबी ए अकरम صلی اللہ علیہ والہ وسلم ने इरशाद फ़रमाया 👇*
*सैय्यदना मौला अली, सय्यदा फ़ातिमा ज़हरा, सैय्यदना इमाम हसन और सैय्यदना इमाम हुसैन علیھم السلام की तरफ़ देख के फ़रमाया मैं तुम्हारे दुश्मन का दुश्मन और तुम्हारे दोस्त का दोस्त हूँ*
*📚हवाला :- मुस्तदरक हाकिम जिल्द 4 हदीस न० 4713 ,4714*
*नोट :- हुज़ूर से मोहब्बत का दावा करने वालों को चाहिए कि अहलेबैत ए अतहार के दुश्मन को दुश्मन समझें और दोस्त को दोस्त समझें*