
अली व फातिमा रसूलुल्लाह के महबूब है
हदीस
रावीयान ए हदीस, ज़करिया बिन यहया, मुहम्मद बिन यहया बिन अबु उमर, सूफियान बिन उय्य’ नाह।
अब्दुल्लाह बिन अबी नजीह रिवायत करते हैं कि एक शख्स ने बयान किया कि मैंने कूफा में हज़रत अली करम’ अल्लाहु वज्हुल करीम को मिम्बर पर फरमाते हुए सुना कि, “रसूलुल्लाह सल्लललाहू अलैहे व आलिही व सल्लम ने हज़रत फातिमा सलामुल्लाह अलैहा की मुझसे मँगनी की और फिर मुझसे उनकी शादी कर दी। मैंने अर्ज़ किया, या रसूलुल्लाह मैं आपको ज्यादा महबूब हूँ या फातिमा?, तो आपने फरमाया, वो मुझे, तुझसे ज्यादा महबूब है और तू मुझे उस से ज्यादा अज़ीज़ है । “