
*718wa Urs Mubarak*
*Tooti e Hind Malik us Shoara Hazrat Abul Hasan Yameen ud Deen Ameer Khusro (Rehmatullah Alaih)*
*Aapki Wiladat 651 Hijri Mutabik 1253 Esvi Me Patiyali Uttar Pradesh, India Me Hui, Aapka Wisaal 17 Shawwal ul Mukarram 725 Hijri Mutabik September 1325 Esvi Ko Hua, Aap Sultan ul Mashaik Hazrat Khawaja Nizamuddin Auliya Mehboob e Ilahi (Rehmatullah Alaih) Ke Mureed wa Khalifa Hain, Aapka Mazar Mubarak Delhi Sharif, India Me Marjai Khaliak Hain…*
*हज़रत सैय्यदना अबुल हसन यामीनुद्दीन अल मारूफ अमीर खुसरो रहमतुल्लाह अलैह*
*हजरत अमीर खुसरो रह की सवान्ह हयात आप सभी लोग बेहतर जानते है*
*और आइए हम वो जानते है जो आज के मुसलमान इनके बारे में कम जानते है*
(1) *हिंदी भाषा जो आज खड़ी हिंदवी के रूप में जानी जाती है उसकी रचना हज़रत अमीर खुसरो रह ने ही कि थी*
(2) *तुक बंदी से कलाम और शायरी की इजात आपने ही कि थी*
(3) *महशूर वाद्ययंत्र सितार आपका ही इन्वेन्शन (खोज) है*
(4) *बुज़ुर्ग और ऑलिया अल्लाह के कौल मौसिकी के साथ पढ़ना जिसे हम आज क़व्वाली कहते है जिसका आधार राजेस्थानी लोकगीतों को बनाकर पेश किया*
(5) *भारतीय संस्कृति और इस्लामी संस्कृति का मिलन जिसे गंगा जमुना तहजीब के जनक आप ही है*
(6) *ग़ज़ल’ ख्याल क़व्वाली के जनक आप ही है*
(7) *उर्दू के सबसे पहले शायर हजरत अमीर खुसरो रह. ही है*
(8) *पीर मुर्शिद यार मखदूम जैसे अल्फ़ाजो से अपने पीर के लिए आपने बहोत कलाम लिखे और मुरीद की तड़प को भी बखूबी बयान किया*
(9) *मन कुंतो मौला कलाम लिखकर आपने बता दिया के सूफियों के पेशवा तो बस मौला अली अलैहस्सलाम ही है*