
तुम मुझे ऐसे हो जैसे मूसा को हारून
पहली हदीस
रावीयान ए हदीस, बिश्र बिन हिलाल, जाफ़र बिन सुलेमान, हर्ब बिन शद्दाद, कतादह, सईद बिन अल्-मुसय्यबा
हज़रत साद बिन अबी वक्कास रजिअल्लाहु अन्हो से रिवायत है कि जब रसूलुल्लाह सल्लललाहु अलैहे व आलिही व सल्लम, गज़वा ए तबूक के लिए तशरीफ़ ले गए तो हज़रत अली अलैहिस्सलाम को, मदीना मुनव्वरा में, ख़लीफ़ा बनाकर, पीछे छोड़ गए।
लोगों ने कहा कि, “रसूलुल्लाह सल्लललाहु अलैहे व आलिही व सल्लम, हज़रत अली अलैहिस्सलाम से उकता गए हैं और इनकी सोहबत को नापसंद करते हैं, इसलिए पीछे छोड़ गए हैं। पस हज़रत अली अलैहिस्सलाम, रसूलुल्लाह सल्लललाहु अलैहे व आलिही व सल्लम के पीछे-पीछे हो लिए हता की रास्ते में मुलाकात हो गई। आप अली अलैहिस्सलाम ने अर्ज किया, “या रसूलुल्लाह सल्लललाहु अलैहे व आलिही व सल्लम! आपने, मुझे अपने साथ रखना पसंद नहीं फरमाया।”
रसूलुल्लाह सल्लललाहु अलैहे व आलिही व सल्लम ने फरमाया, “या अली, हमने तुम्हें अपने अहल ओ अयाल की निगरानी के लिए पीछे छोड़ा है। क्या तुम खुश नहीं हो कि तुम मुझे ऐसे हो जैसे मूसा को हारून सिवाय इसके की मेरे बाद नबूवत नहीं है।
दूसरी हदीस
रावीयान ए हदीस, अल्-कासिम बिन जकरिया बिन दीनार, अबुनु’ऐम, अब्दुस्-सलाम बिन हर्ब, यहया बिन सईद अल-अन्सारी, सईद बिन अल-मुसय्यब।
हज़रत साद बिन अबी वक्कास रजिअल्लाहु अन्हो से रिवायत है कि रसूलुल्लाह सल्लललाहु अलैहे व आलिही व सल्लम ने हज़रत अली अलैहिस्सलाम के लिए फरमाया कि, “तुम मुझे ऐसे हो जैसे मूसा को हारूना” +
तीसरी हदीस
रावीयान ए हदीस, जकरिया बिन यहया, अबु मुस’अब अहमद बिन अबु बकर, अद्-दरावर्दी, मुहम्मद बिन सफ़वान अल-जुमाही, सईद बिन अल-मुसय्यब।
हज़रत साद बिन अबी वक्कास रजिअल्लाहु अन्हो से रिवायत है कि रसूलुल्लाह सल्लललाहु अलैहे व आलिही व सल्लम तबूक के लिए निकले तो हज़रत अली अलैहिस्सलाम ने आपके पीछे-पीछे आकर शिकायत की, “या रसूलुल्लाह सल्लललाहु अलैहे व आलिही वसल्लम, आलिही वसल्लम ने इरशाद फरमाया, “या अली! तुम इस पर खुश नहीं हो कि तुम मुझे ऐसे आप मुझे, औरतों और बच्चों में छोड़े जा रहे हैं।”, तो रसूलुल्लाह सल्लललाह अलैहे व हो जैसे मूसा को हारून, सिवाय नबूवत के।”