
हदीस-
रावीयान ए हदीस, हारून बिन अब्दुल्लाह (अल्-हम्माल अल-बगदादी), मुहम्मद बिन अब्दुल्लाह बिन अज्-जुबैर अल-असदी, अली बिन सालिह, अबु इस्हाक़, अम्र बिन मुर्राह।
हज़रत अब्दुल्लाह बिन सलामा, हज़रत अली अलैहिस्सलाम से रिवायत करते हैं कि रसूलुल्लाह सल्लललाहु अलैहे व आलिही व सल्लम ने मेरे लिए इर्शाद फरमाया, “या अली अलैहिस्सलाम! मैं तुझे वो कलिमात ना सिखाऊँ कि तू जब भी इन्हें कहे तो तेरे लिए बशिश हो, हालाँकि तुम बख़्शे हुए हो।
फिर आपने ये वजीफा बताया –
لا إله الا الله الحليم الكريم لا إله الا الله العلى العظيم ” الحمد اللہ رب العالمین