
दरबारे यज़ीद में एक यहूदी आलिम बैठा हुआ था उसने यज़ीद से पूछा कि ऐ यज़ीद यह किस नौजवान का सर है? यज़ीद ने कहा हुसैन ibn अली का। आलिम ने उनकी मां का नाम क्या है? यज़ीदने कहा फातिमा बिन्ते मुहम्मद रसूलुल्लाह (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम)। आलिम ने कहा ऐ यज़ीद तूने बहुत बुरा काम किया है। तुमने हुर्मते रसूल ख़त्म कर दी।
ख़ुदा की कसम खा कर कहता हूं कि अगर हज़रत मूसा अलैहिस्सलाम का बेटा आ जाए तो हम उसकी पूजा करेंगे। ओ नाबकार यज़ीद अभी तेरे पैगम्बर को दुनिया से रुख्सत हुए चन्द ही
दिन हुए हैं और तूने यह हरकत कर डाली। तू कितना बड़ा ज़लील है। यज़ीद बौखला उठा और जल्लाद को हुक्म दिया कि उसकी गर्दन मार दी जाए। आलिम अपनी जगह से उठा और कहने लगा तुम मुझे कत्ल करना चाहते हो। मैंने तौरेत में पढ़ा है कि जिस शख्स ने भी जुर्रियते रसूल को कत्ल किया वह रहमते खुदावन्दी से महरूम हो गया। और जो शख़्स भी आले रसूल सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम का खून बहाएगा सीधा जहन्नम रसीद होगा। (जिल्दुल-उयून)