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हज़रत अब्दुल्लाह इब्ने अब्बास (عليهم السلام) से रिवायत है की रसूलअल्लाह (صلى الله عليه وآله وسلم) ने फ़रमाया, अगरचे कोई शख्स नमाज़ और रोज़ा सारी ज़िन्दगी रखते रहे और हजरे अस्वद और मक़ामें इब्राहिम के बीच में मर जाए, मगर अहले बैत ए मुहम्मद (عليهم الصلاة والسلام) से ज़रा भी बुग्ज हसद रखता था उसे जहन्नुम में डाल दिया जाएगा.
References:
Mujam ul Kabir Tabarani, vol.11 pg.176 #11412
Mustadrak, Hakim, vol.3 pg.161 #4712
Majma uz Zawaid, Haythami, vol.9 pg.171
Kitab as Sunna, Asim, pg.642 Dhakhair ul uqba, Tabari, pg.51
Al Marifah wat tarikh, Faswi, vol.1 pg.505
Ihya al mayyit, Suyuti, pg.13 #11
अब किसने कितनी मस्जिद बनवायी, कितने मदरसे बनाये, कितनी दाढ़ी रखवायी, कितने जिहाद किया कितनी इबादत की…. ये सुन्नत सिखायी, इस्लाम का ये काम किया दीन का ये काम किया…… गिनवाते रहो सारे अमल….अगर अहले बैत ए रसूल से ज़रा भी बुग़्ज़ हसद होंगा सारे अमल अल्लाह सुब्हान तआला रद्द करके जहन्नुम मैं डाल देगा…