
بسم الله الرحمن الرحيم
الصــلوة والسلام عليك يارسول الله ﷺ
हज़रते हसन बिन अली رضي الله تعالي عنه का फरमाने इबरत निशान है :
हम से बुग्ज़ मत रखना की रसूले पाक ﷺ ने इरशाद फ़रमाया : जो शख्स हमसे बुग्ज़ या हसद करेगा उसे क़यामत के दिन हौज़े कौषर से आग के चाबुको के ज़रिए दूर किया जाएगा।
✍अल मजम अल वुसत 2/33
अहले बैत का दुश्मन दोज़खी है
एक तवील हदिशे पाक में ये भी है की अगर कोई शख्स बैतुल्लाह शरीफ के एक कोने और मक़ामे इब्राहिम के दरमियान जाए और नमाज़ पढ़े और रोज़े रखे और फिर वो अहले बैत की दुश्मनी पर मर जाए तो वो जहन्नम में जाएगा।
✍अलमुस्तदरक, किताब मारेफ़त अलसाहबह 4/129
✍बुग्ज़ व किना 24