*مدرسہ حنفیہ وارث العلوم*
ऐ ईमान वालो जुआ और शराब और बुत और पांसे नापाक ही है शैतानी काम है तो उनसे बचते रहना कि तुम फलाह पाओ_*
*📕 पारा 7,सूरह मायदा,आयत 90*
*_हदीसे पाक में है हुज़ूर सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम इरशाद फरमाते हैं कि_*
*हदीस* –
*_बेशक कुछ लोग नाहक माल खाते हैं पस क़यामत के दिन उनके लिए आग होगी_*
*📕 मुसनद अहमद,जिल्द 6,सफह 410*
*हदीस* –
*_जो किसी से ये कहे कि आओ जुआ खेलें तो उसे चाहिये कि इसके कफ्फारे में सदक़ा करे_*
*📕 बुखारी,जिल्द 2,सफह 721*
*_सोचिये कि सिर्फ कहने पर सदक़ा करने की ताक़ीद आई है तो जो खेलेगा उस पर क्या हुक्म लगेगा,और सुनिये_*
*हदीस* –
*_जिसने चौसर (पासा फेंकने का खेल) खेला तो गोया उसने अपने हाथ सुअर के गोश्त और खून में रंगा_*
*📕 मुस्लिम,जिल्द 2,सफह 240*
*_लूडो भी चौसर की ही तरह का एक खेल है सो वो भी उसी में दाखिल है अगर चे लूडो में पैसा भी ना लगाया जाये तब भी हराम है और शतरंज के बारे में आया है कि हज़रते इब्ने उमर रज़ियल्लाहु तआला अन्हु फरमाते हैं_*
*हदीस* –
*_शतरंज चौसर से भी ज़्यादा बुरा है और चौसर के बारे में हुक्मे शरह मौजूद है_*
*📕 किताबुल कबायेर,सफह 146*
*_और मेरे आलाहज़रत रज़ियल्लाहु तआला अन्हु फरमाते हैं कि_*
*फतवा* –
*_ताश और शतरंज दोनों नाजायज़ हैं_*
*📕 अहकामे शरीयत,हिस्सा 3,सफह 233*
*_हुज़ूर सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम इरशाद फरमाते हैं कि_*
*हदीस* –
*_जो किसी लहु लअब में मशगूल हो तो तुम उसे हरगिज़ सलाम ना करो_*
*📕 कंज़ुल उम्माल,जिल्द 15,सफह 216*
*_जो लोग हराम माल कमाते खाते हैं और उस पर बड़ा घमंड करते हैं तो ऐसे लोग हुज़ूर सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम का ये फरमान सुन लें आप इरशाद फरमाते हैं कि_*
*हदीस* –
*_हराम माल से पला बढ़ा जिस्म का ठिकाना जहन्नम है_*
*📕 क्या आप जानते हैं,सफह 518*
*_मौला तआला अपने हबीब सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम के सदक़े तमाम मुसलमानो को इन सब खबासत से महफूज़ो मामून रखे और सबका ईमान सलामत रखे-आमीन_*