*↳एक मुसलमान पर दूसरे मुसलमान के हुक़ूक़!?↲*
*💫हदीस::-* हज़रत अली रज़ि अल्लाह तआला अन्हू मे मरवी है के एक मर्तबा हुज़ूर अकरमﷺ ने इरशाद फरमाया एक मुसलमान के दूसरे मुसलमान पर 6फ़र्ज़ हैं।?
*1::-* जब उससे मिले तो सलाम करे।
*2::-* जब वो बुलाए तो हाज़िर हो।
*3::-* जब वो छींके तो जवाब दे।
*4::-* जब वो बीमार हो तो अयादत करे।
*5::-* जब वो मर जाए तो उसके जनाज़े में शरीक हो।
*6:-* जो चीज़ अपने लिए पसंद करे वो उसके लिए पसंद करे।*हुज़ूरﷺ ने फरमाया::-* के कामिल इंसान वो है जिसके हाथ और ज़बान से दूसरे मुसलमान महफूज़ रहें।
*📗बुखारी*==>दूसरी हदीस शरीफ़ में है अबू हुरैरा रज़ि अल्लाह तआला अन्हू से रिवायत है हुज़ूर अकरमﷺ ने फरमाया क्या तुम्हें मालूम है मुफलिस कौन है? लोगों ने अर्ज़ किया हम में मुफलिस वो है जिनके पास ना पैसे हों ना सामान, हुज़ूर ने फ़रमाया मेरी उम्मत में मुफलिस दरअसल वो शख़्स है जो क़यामत के दिन नमाज़, रोज़ा, ज़कात लेकर आए इस हाल में के उसने किसी को गाली दी हो किसी पर तोहमत लगाई हो किसी का माल खा लिया हो किसी का ख़ून बहाया हो किसी को मारा हो तो अब उसको राज़ी करने के लिए उस शख़्स की नेकिया उन मज़लूमों के दरमियान तकसीम की जाएंगी, पर उसकी नेकियां खतम होने के बाद भी अगर लोगों के हक़ूक़ वाक़ी रह जाएंगे तो अब हक़दारों के गुनाह लाद दिए जाएंगे यहां तक के उसे दोज़ख़ में फेंक दिया जाएगा।
*📗मुस्लिम जिल्द 2*