आक़ा रसूलुल्लाह ﷺ ने फ़रमाया, तुम्हारे परवरदिगार के नज़दीक बदतरीन शख़्स वो है जो हर वक़्त फ़ितना व फ़साद का मौक़ा ढुंढता रहे, सिर्फ़ इसलिए ताकि वो लोगों के नज़दीक अपनी बढ़ाई और तकब्बुर को ज़ाहिर कर सके।
सहीह मुस्लिम हदीस न:6447
आक़ा रसूलुल्लाह ﷺ ने फ़रमाया, तुम्हारे परवरदिगार के नज़दीक बदतरीन शख़्स वो है जो हर वक़्त फ़ितना व फ़साद का मौक़ा ढुंढता रहे, सिर्फ़ इसलिए ताकि वो लोगों के नज़दीक अपनी बढ़ाई और तकब्बुर को ज़ाहिर कर सके।
सहीह मुस्लिम हदीस न:6447